Wednesday 14 September 2016

इनमें क्‍या फर्क है ?

इनमें क्‍या फर्क है ? आप कई दिनों से Email का इस्‍तेमाल कर रहे है, लेकिन आपको शायद अभी भी Cc या Bcc के बारे में नही पता होगा। नही पता है तो कोई बात नही सीख लीजिये क्‍योकि दोनों बहुत काम की चीज है। जब हम Email भेजते है तो हमको जिस field में जिसे Email भेजना होता है उसका Email address लिखना होता है। लेकिन हमकों अगर Email एक से ज्‍यादा लोगों को भेजना है तो हम ”,” (कोमा) का इस्‍तेमाल करके एक से ज्‍यादा लोगो के Email Addresses लिख सकते है । Cc और Bcc भी एक से ज्‍यादा लोगो का email भेजने के काम आता है, लेकिन इसमें पहले तरीकें से काफी फर्क है। चलियें पहले जानतें है कि… TO और CC में क्‍या फर्क है ? TO और CC field लगभग एक जैसे ही है। अगर आपने 4 लोगों को Email भेजना है तो आप To मे जाकर चारो के नाम “,” से अलग करके चारो को Email भेज सकते हो। पर To करने से चारों में से किसी काे भी ये पता नही पायेगा कि बाकी 3 कौन है जिनको ये यही email गया है। CC का मतलब होता है Carbon Copy. अगर आप एक विशेष व्‍यक्ति है तो email भेजना है और आप चाहते हो की बाकी 3 लोगो को पता रहे कि क्‍या Email भेजा तो आप बाकी 3 लोगो का Email address CC field में डाल सकता है। CC करने से चारों काे पता चल जायेगा कि Email किस-किस को गया है और उन सबके Email address भी एक दूसरे को दिख जायेगे। मै एक उदाहरण देता हूँ : मानलो कि आपकी company मे एक ग्राहक की कोई समस्‍या आयी, अब अापका boss उस समस्‍या काे सही करने की जिम्‍मेदारी आपको देता है, लेकिन वो देखना भी चाहता है कि आप ग्राहक से Email के द्वारा क्‍या बात करते है। तो अाप अपने ग्राहक का Email address TO में डालकर अपने boss का address CC में रख सकते है। इससे वो Email जो आप ग्राहक को भेज रहे हो उसकी carbon copy आपके Boss को भी जायेगी। पर यहॉंं CC करने से आपके ग्राहक को आपके boss का Email address भी दिख जायेगा। अगर आप ग्राहक से अपने Boss का Email address छुपाना चाहते है तो BCC (Blind carbon copy) का प्रयोग कर सकते है। CC और BCC में फर्क ? जब आप CC करते है तो CC की list सभी Email receive करने वाले को पता चल जाता है। CC करने से पहले आपके Boss को पता रहता है कि Email ग्राहक को गया, और ग्राहक को भी पता रहता है कि Email की Carbon Copy Boss को भी गयी है। लेकिन BCC “Blind Carbon Copy” करने से Email list गुप्‍त रहती है और किसी को भी नही पता चलता कि किस – किस को Email की copy भेजी गई है। एक और फर्क है, CC में list को reply का भी पता चलता रहता है लेकिन BCC list में reply छुप जाता है। कब CC करें और कब BCC करें ? CC तब करे: जब आप किसी और को भी अपने भेजे गये Email की copy भेजना चाहते हो, और आप चाहते है कि सबको पता रहे कि किस-किस को Email गया है। BCC तब करे: BCC तब करे जब आप चाहते है कि जिसकों आपने Email भेजा है उसे ये ना पता चल सके कि ये Email किसी और को भी गया है। Gmail Mail CC/BCC कैसे करें ? Gmail मे CC या BCC करने के लिये तो field में right में दिये गये CC BCC पर क्लिक करे। cc-bcc-button CC या BCC field में लोगो के Email address लिखें। cc-bcc-kare मैनें इस लेख में पूरी तरह CC और BCC के बारे में बताने की कोशिश की है, लेकिन फिर भी आपका अगर कोई सवाल या सुझाव है तो नीचे दिये गये comment box मे comment करे, हमारी टीम जल्‍द से जल्‍द आपके सवालों का जवाब देने कि कोशिश करेगी। धन्‍यवाद,